बिस्मिलाहिर रहमान रहीम अगर आप तहज्जुद की नमाज नहीं पढ़ते है तो यकीनन Tahajjud Ki Fazilat or Tahajjud Miracles जान कर पढ़ने लगेंगे चलिए जानते है तहज्जुद की नमाज की 100 खूबसूरत बातें :-
- अगर रास्ते बंद नजर आ रहे हैं और कदम तहज्जुद की तरफ जा रहे हैं तो जान लो तुम्हारे रब ने तुम्हें तहज्जुद के लिए चुन लिया है।
- तहज्जुद का सजदा हर किसी को नसीब नहीं होता तहज्जुद लाडली इबादत है और अल्लाह के लाडलो को ही नसीब होती है।
- तहज्जुद में मांगी हुई दुआ रद्द हो जाए यह तो सरासर नामुमकिन बात है। तुम उसे मनाने के लिए अपनी नींद कुर्बान करो और वह ना माने यह तो नामुमकिन सी बात है।
- तहज्जुद की Namaz अल्लाह ने बनाई ही कबूलियत के लिए है अगर तो कोई दुआ तहज्जुद तक ले गई है तो जान लो तुम्हारी दुआओं की कबूलियत हो चुकी है।
- जो तुम दुआ तहज्जुद में मांग रहे हो ना हकीकत में वह तो कब की कुबूल हो चुकी है वह देर फकत इसलिए कर रहा है ताकि तुम्हारा उससे दुआ का रिश्ता बरकरार रह सके।
- तहज्जुद तुम्हें अल्लाह के करीब करने का जरिया है तहज्जुद तो अल्लाह को हाले दिल सुनाने का बेहतरीन जरिया है।
- जिसको लग जाए एक बार तहज्जुद की लगन फिर उसे अपने रब से मुलाकात की लगन लग जाती है।
- तुम उसके लिए अपनी नींद कुर्बान करो और वह तुम्हारी झोली ना भरे ऐसा तो मुमकिन ही नहीं।
- तहज्जुद से अल्लाह मिल जाता है फिर उस चीज का मिलना कैसे नामुमकिन है जिसे तुम तहज्जुद में मांग रहे रहे हो।
- तहज्जुद एक ऐसा अमल होता है जिसमें बंदा अपने अल्लाह से अपनी हर बात मनवा लेता है।
- तहज्जुद की नमाज तक पहुंच जाओ तो समझ लेना कि अल्लाह ताला ने आपको अपने बहुत करीब कर लिया है।
- वह मोहब्बत किस कदर सच्ची होगी जिसको तहज्जुद में मांगा गया हो।
- तहज्जुद में छुपा है कुन का राज तहज्जुद के वक्त अगर आपकी आंख खुले तो समझ ले नमाज के लिए बुलावा आसमान से आया है।
- तुम तहज्जुद तक खुद नहीं जाते बल्कि तहज्जुद तक तुमको लाया जाता है तुम सजदों को नहीं चुनते बल्कि तुम्हें सजदों के लिए चुना जाता है।
- क्या ये मोजा नहीं है कि रात की तारीख में अल्लाह पाक ने तुम्हें तहज्जुद की लगन लगाई है।
- तहज्जुद में आंख से गिरने वाले आंसू अक्सर दुआओं की कबूलियत का वसीला बन जाते हैं।
- तहज्जुद पढ़ा करें कोई मिले या ना मिले लेकिन रब लाजमी मिल जाएगा।
- वो दुख जो रात भर सोने नहीं देते उनकी मरहम तहज्जुद में मौजूद है।
- तहज्जुद पढ़ने वालों की वह दुआएं भी कबूल हो जाती हैं जिनका जिक्र उन्होंने कभी अपने आप से भी नहीं किया होता।
- तहज्जुद वो आखिरी मरहम है जिसके बाद ना कोई जखम सताता है ना कोई जखम रुलाता है।
- जब आप अपने रब से तहज्जुद में मुखातिब होते हो तो आपका रब कहता है मांगो जो मांगना है मैं सुनूंगा।
- मुझे मालूम है उसे कैसे मनाना बस तहज्जुद और कुछ आंसू।
- यूं ही तो नहीं पा लिया तहज्जुद का सजदा कुछ तो ऐसा नामुमकिन है जो तुम्हारे लिए मुमकिन होने वाला है।
- और जानते हो सुकून क्या है अपने रब से अकेले में बैठकर गुफ्तगू करना।
- जिस कहानी की वजह से तुम तहज्जुद तक पहुंच जाओ उस कहानी को अल्लाह पाक कैसे अधूरी छोड़ सकता है।
- तहज्जुद की नमाज वह वाहिद नमाज है जो मुअज्जिन की अजान से नहीं बल्कि दिल की अजान से पढ़ी जाती है।
- तहज्जुद हर उस शख्स के लिए तोहफा है जो अल्लाह से सच्ची मोहब्बत करता है।
- तहज्जुद अगर लाडली है तो उस तक पहुंच जाने वाला अल्लाह का सबसे लाडला बंदा है। और जब लाडला फरमाइश करता है तो उसे रद्द करने की कोई गुंजाइश बाकी नहीं रहती।
- शिफा बन जाते हैं वो आंसू जो तहज्जुद में बहाए जाते हैं कुन कहता है अल्लाह और एक पल में मुकद्दर बदल जाते हैं।
- जिनका मिलना दुआओं से भी मुमकिन नहीं होता अल्लाह ताला उनके लिए तहज्जुद का वसीला बना देता है।
- तहज्जुद की नमाज तक पहुंच जाओ तो समझ लेना अल्लाह ने आपको अपने करीब कर लिया है।
- जब तहज्जुद से अल्लाह मिलता है तो सोचो अल्लाह के बंदे क्यों नहीं जिनसे आप मोहब्बत करते हो।
- तहज्जुद के वक्त इंसान अल्लाह के बहुत करीब होता है इतना कि अपनी हर दुआ पूरी करवा सकता है।
- तुम्हारी हर दुआ जो तुमने पूरी शिद्दत से मांगी है वह अल्लाह ने अपने पास संभाल कर रखी हुई है और वह तब तुम्हें नवाजे का जब वक्त तुम्हारे हक में बेहतर होगा।
- जिन दुआओं की इब्तिदा तहज्जुद से होती है उन दुआओं की तासीर बड़ी कमाल की होती है।
- तहज्जुद की दुआएं मोजिजे के इतने ही करीब होती हैं जितना कि अल्लाह उस वक्त तुमसे करीब होता है।
- तहज्जुद तो मोहब्बत की आखिरी सीढ़ी है उसमें बहने वाले आंसू अल्लाह कभी जाया नहीं होने देता।
- नसीब हार जाता है तहज्जुद की दुआओं के आगे।
- तहज्जुद अल्लाह पाक की लाडली इबादत है तो जरा सोचो तहज्जुद गुजार अल्लाह पाक का कितना लाडला होगा।
- नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया नमाज तहज्जुद हर गुनाह को रोक देती है।
- दिल नहीं बदल रहा तो क्या हुआ तहज्जुद से तो नसीब भी बदल जाया करते हैं।
- तहज्जुद पढ़ने वालों के किस्से ही अलग होते हैं मोजिजे भी इंतजार करते हैं उनकी जिंदगी का हिस्सा बनने के लिए।
- वह मेहज इसलिए तुम्हारी निगाहों से रास्तों को ओझल कर देता है ताकि तुम उसे मनाने तहज्जुद तक जाओ।
- वह चाहता है मेरा बंदा रात की खामोशी में मुझसे हम कलाम हो और मैं सुकून से रात की खामोश में अपने बंदे को सुन सकूं।
- फौरन तुम्हारी सुन लेता तो क्या तुम तहज्जुद का मजा चख पाते उसकी मोहब्बत की लज्जत कबूलियत की अहमियत जान पाते।
- तहज्जुद की नमाज मोजिज़ा का जरिया है जब तुम्हें सारे रास्ते बंद नजर आते हैं ना तब भी वह एक रास्ता खोले रखता है और वह है तहज्जुद का रास्ता।
- सजदे तो बाद में आते हैं तहज्जुद की सिर्फ नियत कर लेना ही अल्लाह को राजी कर देता है।
- तहज्जुद की दुआओं के लिए तो सात आसमानों के पर्दे उठा दिए जाते हैं और फिर अल्लाह ऐसे मोजिजा करता है जो ना कभी जमीन वालों ने देखे होते हैं और ना आसमान वालों ने।
- तहज्जुद के वो सिसकते हुए सजदे ही तुम्हारी दुआओं के लिए मोजिजे का जरिया बनेंगे जो सिर्फ तुम्हारे और अल्लाह के दरमियान है।
- तहज्जुद अल्लाह की महबूब नमाज है तो फिर सोचो जिन्हें अल्लाह तौफीक देता है उन्हें वह कितना महबूब रखता होगा।
- तहज्जुद की दुआएं मोजिज़ा के इतना करीब होती हैं जितना अल्लाह उस वक्त तुमसे करीब होता है और पता है उस वक्त अल्लाह तुमसे कितना करीब होता है इतना करीब कि खुदा और तुम्हारे दरमियान किसी तीसरे को आने की गुंजाइश नहीं रहती।
- इतना करीब कि ना आसमान वाले तुम्हें खुदा से जुदा कर सकते हैं और ना ही जमीन वाले।
- कितनी पुर असर होती है वह शिद्दत जो तहज्जुद तक खींच लाती हैं।
- जानते हो सुकून क्या है अपने अल्लाह से अकेले खामोशी में गुफ्तगू करना।
- जब तुम्हें कोई उम्मीद नजर नहीं आती तो वह तुम्हें तहज्जुद की लगन लगा देता है एक नई उम्मीद जगा देता है।
- तुम्हें क्या लगता है जब रात सोने के लिए बनाई गई है और हर शख्स सुकून की नींद सो रहा है तो क्या वह तुझे बिला वजा जगाए हुए हैं नहीं यह तड़प अल्लाह ने पैदा की है।
- तहज्जुद से तकदीर बदल जाती है रातों में उठकर मांगो तो सही।
- जो कहानी तहज्जुद तक ले जाती है वह कभी अधूरी नहीं रहती।
- जब तुम्हारे जहन में तहज्जुद पढ़ने का का ख्याल बार-बार आए तो समझ जाओ कि तुम्हारी दुआओं की कबूलियत का परवाना मिल चुका है।
- अगर आपके दिल से यह आवाज आती है कि अल्लाह है ना वह संभाल लेगा तो आपकी दुआएं बहुत जल्दी कबूल होने वाली हैं।
- तुम्हारी दुआएं ही तुम्हारे लिए मोजजो का रास्ता बनाएंगी और फिर तुम देखोगे उन्हें भी मुकद्दर बनता इंशाल्लाह जिनका मिलना तुम्हें नामुमकिन लगता है।
- कुछ लमहे बहुत खास और लाडले होते हैं तहज्जुद में रब से बात करना उन्हीं लाडले लम्हों में आता है और अल्लाह भी लाड उठाता है कोई दुआ अधूरी नहीं रहने देता मांग कर तो देखो हर चाहत पा लोगे इंशा अल्लाह।
- मैंने देखा है तहज्जुद की नमाज पढ़ने के बाद नामुमकिन को मुमकिन होते हुए।
- तहज्जुद में मांगी गई दुआ ऐसा तीर है जिसका निशाना कभी नहीं चूकता।
- तहज्जुद इश्क है और इश्क भी वो जब तक सांस नहीं लेता जब तक अल्लाह को राजी नहीं कर लेता।
- ला हासिल ख्वाहिशें अधूरे कि से ना मुकम्मल ख्वाब कुछ भी नामुमकिन नहीं रहता जब बात तहज्जुद की दुआओं पर आती है।
- तहज्जुद की दुआएं जब नसीब के रूबरू आकर खड़ी होती हैं तब कुछ भी नामुमकिन नहीं रहता तब चारों तरफ कुन की सदाएं गूंजती हैं।
- तहज्जुद का खामोश सजदा और जारो कतार बहते हुए आंसू कभी जाया नहीं करता।
- वक्ते तहज्जुद खामोश आंखों से बहते आंसू और अल्लाह के सामने बैठे बेबस इंसान की फरियाद कभी जाया नहीं होती।
- तहज्जुद की नमाज तक पहुंच जाओ तो समझ लेना कि अल्लाह तुम्हें अपने बहुत करीब कर लिया है।
- तहज्जुद के वक्त उठने वाला बहुत ही खुशनसीब इंसान होता है जो इंसान अपने बिस्तर को छोड़कर अल्लाह की बारगाह में हाजिर होता है।
- जो दुख चैन नहीं लेने दे रहे तहज्जुद उन दुखों को जड़ से मिटाने की ताकत रखती है।
- अल्लाह कहता है हे कोई मांगने वाला जो मांगे मुझसे मैं उसे अता करूं तो जान लो तहज्जुद रब से कुन कहलवान की ताकत रखती है।
- तुम उन सर्द रातों में जब अपना गर्म बिस्तर छोड़कर उसके सामने उसकी सबसे लाडली इबादत तहज्जुद के लिए खड़े होते हो ना तो वो तुम्हें देख रहा होता है तो भला वह आपकी दुआएं क्यों नहीं कबूल करेगा।
- यूं रातों में उठ उठकर सजदों की तौफीक मिलना यह बेमतलब तो नहीं है।
- तहज्जुद के वक्त आपकी छोटी से छोटी पुकार भी सीधे अर्श तक जाती है।
- तहज्जुद तो उस नसीब से भी लड़ जाती है जिसके सामने तुम्हारी दुआएं भी बेबस हो जाती हैं।
- तहज्जुद की नमाज अल्लाह पाक ने बनाई ही कबूलियत के लिए है अगर कोई दुआ तुम्हें तहज्जुद तक ले गई है तो जान लो तुम्हारी दुआओं की कबूलियत हो चुकी है।
- तहज्जुद की नमाजो पर कुन की रहमत होती है।
- और तहज्जुद से यह तारुफ तुम्हारा बेवजह तो नहीं हो रहा आखिर कुछ तो है जो मुमकिन होना है।
- तहज्जुद का सजदा ही कुन फ याकून तक लेकर जाता है यह जो मायूसी है यह आज है कल कहानी मुकम्मल होगी इंशा अल्लाह।
- तहज्जुद की नमाज अपने अंदर कुछ राज रखती है जिसे सिर्फ अल्लाह से मोहब्बत करने वाले ही जान पाते हैं।
- अकेले हो कोई साथ नहीं देता तो जान लो तहज्जुद रब से मिलवाने की ताकत रखती है।
- तहज्जुद की नमाज के लिए जागना अल्लाह की बेशुमार नेमतों में से एक है।
- तहज्जुद तुम्हारे लिए अल्लाह ताला से कुन की सिफारिश करती है।
- तहज्जुद नसीब वालों को नसीब होती है और नसीब को चार चांद लगाने की ताकत रखती है।
- तुम्हारी तहज्जुद की दुआएं अल्लाह तक पहुंच गई हैं अब तुम्हें सबर का पहलू थामे रखना है क्योंकि अब जो होगा वह मोजिज़ा होगा।
- तहज्जुद की सबसे बड़ी ताकत यह है कि तहज्जुद
- तुम्हारे दिल को अल्लाह की तरफ मोड़ देती है फिर इंसान की तलब नहीं जगाती फिर रब से मुलाकात की तलब सोने नहीं देती फिर बस अल्लाह से मोहब्बत हो जाती है।
- तहज्जुद के वक्त अल्लाह वोह दुआएं भी सुन लेता है जिसे दुनिया नामुमकिन का खिताब दे चुकी होती है।
- दुआएं जब यत के लिए अल्लाह के रूबरू तरतीब से खड़ी होती हैं तो तहज्जुद की दुआएं सबसे पहली सफ में होती हैं वह सफ जिसे रब ने सबसे पहले अपने कुन से नवाजना होता है।
- जब अल्लाह ताला तुम्हारी कहानी बदलना चाहता है तब वह तुम्हें तहज्जुद से नवाजता है और तुम्हारी तहज्जुद की दुआओं की वजह से तुम्हें वह हासिल हो जाएगा जिसका तुम्हें इंतजार है।
- दोनों जहान का सुकून तहज्जुद की नमाज में है पता है।
- मोहब्बत क्या है नमाज से कि किसी को तहज्जुद पर ले आना।
- मोजिजे दुआओं से हैं और तहज्जुद की दुआएं सबसे लाडली होती हैं।
- तहज्जुद इश्क की नमाज है तहज्जुद बहुत अफजल इबादत है।
- जब तुम्हारे पास एक जाय नमाज है तो तुम्हें रोने के लिए कंधे तलाश करने की जरूरत नहीं।
- तहज्जुद की नमाज तक पहुंच जाओ तो समझ लेना कि अल्लाह ने आपको अपने करीब कर लिया है।
- तहज्जुद की एक दुआ सारी जिंदगी बदल देती है।
- तहज्जुद पढ़ा करो इससे दुनिया की मोहब्बत आती रहेगी और अल्लाह की मोहब्बत बढ़ेगी इंशाल्लाह
Pingback: Fajar Ki Namaz Ki Fazilat: फजर की नमाज के 6 बड़े फायदे