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सफर से पहले Safar Ki Dua Hindi Mein
जब भी Allah Ke Rasool (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) safar पर निकलने के liye अपने ऊँट पर बैठते थे, तो वह 3 बार kahte थे: “अल्लाहु अकबर, अल्लाहु अकबर, अल्लाहु अकबर” फिर इस Safar Ki Dua को पढ़ते:
1. Dua: सुभानल लाधि सक्खरा लाना हाधा वा मा कुन्ना लहु मुकरिनिन, वा इन्ना इला रब्बिना लामुनकालिबून
“Subhanal ladhi sakhkhara lana hadha wa ma kunna lahu muqrinin, wa inna ila rabbina lamunqaliboon”
سُبْحَانَ الَّذِي سَخَّرَ لَنَا هَذَا وَمَا كُنَّا لَهُ مُقْرِنِينَ ۖ وَإِنَّا إِلَى رَبِّنَا لَمُنقَلِبُونَ
Tarjuma: पाक है वह अल्लाह जिसने हमें यह सफर अता किया, “पाक है वह अल्लाह जिसने इसे हमारे काबू में कर दिया, जबकि हम इसे काबू में करने पर क़ादिर ना थे। और बेशक ही, हम अपने रब की ओर लौटने वाले हैं।
2. Dua:- अल्लाहुम्मा इन्नी नसलुका फ़ी सफ़ारीना हद अल-बिर्र वत-तकवा, वा मिनल-अमाली मा तर्दा
“Allahumma inni nas’aluka fi safarina hadh al-birr wat-taqwa, wa minal-amali ma tarda”
اللّهُمّ إنّي أسأَلُكَ في سَفَري هذا البِرَّ والتّقوى، ومنَ العمل ما تَرْضَى
Tarjuma: “या अल्लाह! मैं तुझसे इस सफर में भलाई और परहेज़गारी मांगता हूँ, और ऐसे काम की जो तुझसे खुश कर दे।”
3. Dua:- अल्लाहुम्मा अंतस-साहिबु फिस्साफर, वल-खलीफतु फि अल-अहली
“Allahumma antas-sahibu fissafar, wal-khalifatu fi al-ahli”
اللّهُمّ أَنتَ الصَّحَابُ فِي السَّفَرِ، وَالخَلِيفَةُ فِي الأَهْلِ
Tarjuma: “या अल्लाह! तू सफर में हमारा साथी है, और हमारे परिवार में तू ही हमारी देखभाल करने वाला है।
Reference : Riyad as-Salihin 972
“अगर आप Safar Ki Dua in Roman English, और Safar Ki Dua in Arabic जबान में नहीं पढ़ पाते है तो आप Safar Ki Dua in Hindi में पढ़ ले।
Islamic Dua का बहुत मनाये और fayde है, और जब baat सफर की हो तो Safar Ki Dua बेशक से बहुत zaroori हो जाती है।
किसी भी safar ko asaan और सुरक्षित बनाने के लिए, Muslman Safar Shuru Karne Se Pahle Dua पढ़ते हैं, जिसमें अल्लाह से hifazat, परहेज़गारी और salamati सफर की दुआ मांगते है।
यह duaअल्लाह की rahmat और बरकत बन कर aapko हर परेशानियों से महफूज़ rakhti है। (Ameen)

सफर में Safar Ki Dua हमें और आपको क्यों पढ़नी चाहिए?
क्युकी Safar Karne Ki Dua पढ़ते समय मुसलमान Allah Se Dua करते हैं कि unka सफर सुरक्षित, हर preshaaniyo से महफूज़ और behtreen हो। Safar Me Nikalne Ki Dua पढ़ते waqt अल्लाह से madad मांगते हैं और अपने imaan को मजबूत करते हैं।
सफर की दुआ पढ़ने का सही तरीका क्या है – सफर की दुआ क्या है?
dua को पूरे yakeen के साथ padna चाहिए और सफर की दुआ को पढ़ते time आपको अल्लाह पर bharosa रखना चाहिए।
Safar Ki Dua Ka Tarika इस प्रकार पढ़े:
- Safar Ki Tayaari: जब आप सफर शुरू करने के लिए तैयार हों, चाहे वह Car, Train, या Hawai Jahaz हो।
- Sawari par Baithne Ke Baad: सफर की दुआ को तब पढ़ें जब आप सफर के वाहन पर बैठ जाएं।
- 3 Baar “अल्लाहु अकबर, अल्लाहु अकबर, अल्लाहु अकबर”” पढ़ें दुआ की शुरुआत बिस्मिल्लाह से करें।
- पूरी दुआ को सही से पढ़ें: Allah Ke Naam से सफर shuru करें और safar ki dua को सही से पढ़ें।
यह Dua हमें याद दिलाती है कि Hamara हर safar अल्लाह की marji से शुरू और khatam होता है और हमें हर kadam पर अल्लाह ki ही मदद की zarurat पढ़ती है।
आज के time में, jab सफर के साधन badal गए हैं, हवाई जहाज, ट्रेन, और कार जैसे वाहन hamari जिंदगी ka हिस्सा ban गए हैं,
tab भी सफर की dua के मनाये kam नहीं huye है। आज भी सफर से पहले दुआ पढ़े taki अल्लाह aapki हिफाजत करे।
Islam में यह akeeda है कि चाहे kitni भी आधुनिक तकनीक aa जाए, Allah Ki Madad सबसे pahle होती है।
सफर की दुआ से जुड़े सवाल और जवाब (FAQs on Dua For Travelling)
सफर की दुआ कब पढ़ी जाती है?
सफर की दुआ सफर शुरू करने से पहले पढ़ी जाती है, जब आप सफर के वाहन पर बैठ जाते है।
क्या सफर की दुआ को किसी खास सफर पर ही पढ़ा जाता है?
नहीं, सफर की दुआ हर प्रकार के सफर के लिए पढ़ी जा सकती है, चाहे वह छोटा सफर हो या लंबा सफर ।
सफर की दुआ का सबसे अच्छा वक्त कौन सा है?
सफर की दुआ को सफर शुरू करने से पहले पढ़ना सबसे अच्छा माना जाता है, ताकि पूरे सफर में अल्लाह की हिफाजत मिले।