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Shadi Ki Duayein: शादी के लिए पढ़ी जाने वाली दुआएं

Shadi Ki Duayein: शादी एक Important जीवन-घटना है जो न केवल दो logo को जोड़ती hai, बल्कि do परिवारों को bhi एक नई शुरुआत का Moka देती hai। Islam Me Shadi को आधा ईमान कहा gaya है। 

जब किसी की शादी होती है तो शैतान कहता है हाय इस इंसान ने अपना ईमान बचा लिया। Shadi Ke Liye Padhi Jane Wali Dua हमारे dil के इरादों को मजबूत karti हैं और हमारे jivan को Allah Ki Rahmat से भर देती हैं। 

हम आपको शादी के लिए पढ़ी जाने वाली दुआओं, उनके fayde, और dua padhne ka tarika बताएंगे।

Islam धर्म में हर kaam से पहले Allah Se Dua मांगना और काम के बाद अल्लाह का शुक्र अदा करना जरूरी है। शादी के मामले में भी यह zaroori है। Dua करने से Allah Ki Rahmat और barkat मिलती है, और शादीशुदा जीवन में सुख और Shanti आती है।

Shadi Ki Duayein कुरान और हदीस में

“रब्बना हबलना मिन अज़्वाजिना वधुर्रियातिना कुर्रता आयुनिन वजअलना लिल मुत्तक़ीना इमामा।”

“Rabbana habalna min azwajina wadhurriyatina qurrata ayunin wajaalna lil muttaqina imama.”

(सूरह अल-फुरकान: 74)

Tarjuma: “या अल्लाह, हमारे लिए हमारी पत्नियों और औलादो को हमारी आंखों की ठंडक बना और हमें परहेजगारों में से बना।

Hadees में है कि जब कोई insan अपनी Shadi Ke Liye Allah Se Dua करता है, तो अल्लाह उसे सही राह Dikhata हैं। 

Ek हदीस में है: “अल्लाहुम्मा इन्नी असअलुका मिन खैरिहा वखैरि मा जबलता अलैहा, वआऊज़ुबिका मिन शर्रिहा वशर्रि मा जबलता अलैहा।”

“Allahumma inni asaluka min khairah wa khairi ma jabalta alaiha, wa’uzubika min sharriha wa sharri ma jabalta alaiha.”

Tarjuma: “या अल्लाह, मैं आपसे इस (जीवनसाथी) की भलाई और जो अच्छाई जो इसके स्वभाव में है, वह मांगता हूं, और जो इसका बुरा स्वभाव है, उससे आपकी पनाह मांगता हूं।”

Shadi Se Pahle Ki Dua: दुआएं जो शादी से पहले पढ़ी जाती हैं

  1. Surah Fatiha और इस्तिखारा की दुआ: शादी के लिए अल्लाह से madad मांगने ke liye यह दुआ बहुत achi है।
  2. सुरह यासीन की तिलावत: इसे Padhne से दिल को Sukun मिलता है और faisle लेने में मदद मिलती है।
  3. दुआ-ए-खैर: Shadi के लिए achai मांगने की यह dua zaroori है।

Shadi Ke Baad Ki Dua: शादी के बाद पढ़ी जाने वाली दुआ

Shadi Ke Baad Ki Dua का Important कम नहीं होता। यह Duayein Shadishuda जीवन को बेहतर बनाने में मदद karti हैं।

  1. “बाराकल्लाहु लक, व बाराक अलैक, वजमआ बैनकुमा फी खैर।”
    Tarjuma: “अल्लाह तुम्हारे लिए बरकत दे, तुम पर अपनी रहमत बरसाए और तुम्हें भलाई में एक साथ रखे।”
  2. सुरह अल-इखलास की तिलावत: यह Dua Shadishuda जीवन में बरकत और pyaar बनाए रखने में मदद karti है।

Shadi Ki Dua Ka Tarika: शादी के लिए खास दुआ का तरीका

तहज्जुद की नमाज में दुआ

Raat के समय तहज्जुद की नमाज अदा करे या दो रकअत शुक्राने की नमाज पढ़ ले और Allah से दिल खोलकर Dua Kare। यह Time अल्लाह से अपनी हर Tamanna मांगने का सबसे बेहतर time है।

Jumme का दिन दुआओं के कबूल होने का खास din होता है। इस दिन shadi के लिए दुआ करना काफी acha होता है।

शादी के लिए दुआ में खास बातों का ध्यान रखें

  1. इखलास (सच्चे दिल से दुआ करना): Dua करते time दिल से अल्लाह पर भरोसा रखें।
  2. Sabr और शुक्राना: अल्लाह का शुक्र अदा करें और sabr बनाए रखें।
  3. इस्लामी तरीके से दुआ करें: दुआ के दौरान अपनी Gunaho की माफी मांगें और अल्लाह की रहमत की उम्मीद रखें।

शादी में बरकत लाने के लिए अन्य उपाय

  1. सदका देना: Shadi Se Pehle और बाद में गरीबों को Sadka देना बरकत लाता है।
  2. खैरख्वाहों से दुआ कराना: अपने रिश्तेदारों और dosto से अपनी Shadi Ke Liye Dua करवाएं।
  3. शरीयत का पालन: शादी के सभी कार्य shariyat के अनुसार करें।

शादी के लिए पढ़ी जाने वाली दुआ न केवल हमारी शादीशुदा Zindagi को अल्लाह की रहमत से भर deti है, बल्कि इसे or भी खुशहाल banati है। हमें चाहिए कि हर kadam पर अल्लाह से मदद mange और अपने जीवनसाथी के साथ behtar रिश्ते के लिए Dua करते रहें।

शादी के बाद पढ़ी जाने वाली दुआ क्या है?

“अल्लाहुम्मा इन्नी असअलुका मिन खैरिहा वखैरि मा जबलता अलैहा, वआऊज़ुबिका मिन शर्रिहा वशर्रि मा जबलता अलैहा।”

शादी के बाद पढ़ी जाने वाली दुआ क्या है?

“बाराकल्लाहु लक, व बाराक अलैक, वजमआ बैनकुमा फी खैर।”

Md Ibrahim

Meri website ka asli maksad islami ilm ko aasan andaz me pesh karna taaki har shaqs ise samajh kar apani zandgi me amal kar sake. Mene kai post likhe hai Jin me Dua, Namaz, or Surah aham hai. NamazOrDua.com par mera maksad aap sab ko islamic, Quran or Hadess, or Sunnat tariko ka sahi ilm ya jankari dena. Mera yaqeen hai ki sahi ilm or jankari hame iman or nek raasto par chalne me madad karta hai.

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