सूरह क़द्र हिंदी में: Quran Sharif का 97वें पारा है और Surah Qadr में कुल 5 आयतें हैं। Ye Surah मक्का मुक़र्रमा में नाज़िल Hui और Iski खास अहमियत Hai। यह सूरह लैलतुल कद्र (शब-ए-क़द्र) की barkat और manyo को batati है। इस Raat को Quran Sharif का पहला वह्य Najil हुआ, जिसे Ibadat, तस्बीह और दुआओं के लिए Behtreen रात माना gaya है।
Table of Contents
Inna Anzalna Surah in Hindi: Surah Qadr Hindi
- इन्ना अनज़लनाहु फ़ी लैलातिल क़द्र
- वा मा अद्रका मा लैलतुल कद्र
- लैलतुल क़ादरी ख़ैरुम मिन अल्फ़ी शहर
- तनाज ज़ालुल मला-इकातु युद्ध रूहु फीहा बी इज़नी-रब बिहिम मिन कुल्ली अम्र
- सलामुन हिया हत्ता मत लाइल फज्र
Inna Anzalna Surah या Surah Qadr Audio में सुने!
Surah Qadr Roman in English: रोमन अंग्रेजी में सूरह क़द्र
- Inna Anjalnahu Filatil Qadr
- Wa Ma Adraka Ma Lailatul Qadr
- Lailatul Qadri Khairum Min Shahr Alfi
- Tanaz zalul mala-ikatu war ruhu feeha bi ijani-rab bihim min kulli amr
- Salamun Hiya Hatta Mat Lil Fajr
Surah Qadr Hindi Tarjuma: सूरह अल-क़द्र हिंदी तर्जुमा
- Humne इस (Quran) को क़द्र की रात में नाज़िल किया।
- और आप क्या Jante ho कि क़द्र की रात क्या है?
- क़द्र की रात Hazaar mahino से अफजल है।
- अल्लाह के हुक्म से iss रात में फरिश्ते और जिब्रील (अलैहिसलाम) हर हुक्म lekar उतरते हैं।
- यह रात सलामती की hai, फज्र के वक्त तक।
Surah Qadr in Arabic: सूरह अल-क़द्र अरबी में
- بِسْمِ اللَّهِ الرَّحْمَٰنِ الرَّحِيمِ”
- إِنَّا أَنْزَلْنَاهُ فِي لَيْلَةِ الْقَدْرِ
- وَمَا أَدْرَاكَ مَا لَيْلَةُ الْقَدْرِ
- لَيْلَةُ الْقَدْرِ خَيْرٌ مِنْ أَلْفِ شَهْرٍ
- تَنَزَّلُ الْمَلَائِكَةُ وَالرُّوحُ فِيهَا بِإِذْنِ رَبِّهِمْ مِنْ كُلِّ أَمْرٍ
- “سَلَامٌ هِيَ حَتَّىٰ مَطْلَعِ الْفَجْرِ
Surah Qadr in English: अंग्रेजी में सूरह अल-क़द्र
- We revealed this (the Quran) on the Night of Qadr.
- And what do you understand about the Night of Qadr?
- The Night of Qadr is better than a thousand months.
- By the order of Allah, on this night angels and Jibril (Alaihislaam) descend with every order.
- This is a night of peace, till the time of Fajr.
Surah Qadr in Urdu: उर्दू में सूरह क़द्र
- ہم نے اس (قرآن) کو شب قدر میں نازل کیا۔
- اور شب قدر کے بارے میں آپ کیا سمجھتے ہیں؟
- شب قدر ہزار مہینوں سے بہتر ہے۔
- اللہ کے حکم سے اس رات میں فرشتے اور جبرائیل علیہ السلام ہر حکم کے ساتھ اترتے ہیں۔
- یہ امن کی رات ہے، فجر کے وقت تک۔
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Surah Qadr: सूरह अल-क़द्र की फज़ीलत
1. Laylat al-Qadr Ki Amiyhat:
क़ुरान शरीफ और Hadees के मुताबिक, इस Raat Ki Ibadat का सवाब 83 Saal और 4 महीने की इबादत के barabar है। यह रात Allah की खास rahmato और मग़फिरत का zariya है।
2. फ़रिश्ते:
इस रात जिब्रील (अलैहिसलाम) और Farishte ज़मीन पर उतरते हैं। यह Rahmato और Barkato को लेकर आते हैं और ibadat करने वालों के लिए सलामती फरमाते hai।
3. Dua Ki Kubuliyat:
Laylat al-Qadr में मांगी गई हर दुआ Kubool होती है। यह गुनाहों की Maafi और अल्लाह से क़रीबी Hasil करने का behtreen मौका है।
Surah Qadr से मिलने वाली शिक्षा, फायदे
- Rahmat और मग़फिरत की Raat:
यह Raat हमें यह अहसास कराती है कि Allah अपने बंदों पर किस कदर मेहरबान है। - Ibadat की ताक़त:
इस रात को इबादत, तस्बीह और Tilawat के जरिए अल्लाह के करीब होने का मौका मिलता है। - सब्र और शुक्र:
सूरह अल-क़द्र हमें sabr रखने और अल्लाह का शुक्र अदा करने की Tofeek देती है जैसे Surah Fatiha हमें सीधे और नेक रस्ते में चलता है।
हदीस में Surah Qadr की अहमियत
1. लैलतुल कद्र की पहचान:
पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने फरमाया:
“लैलतुल कद्र को रमज़ान के आखिरी दस दिनों की ताक रातों में तलाश करो।”
हदीस: सहीह बुखारी 2017
2. इबादत का सवाब:
रसूल अल्लाह (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने फरमाया:
“जिसने सच्चे ईमान और अल्लाह से इनाम की उम्मीद के साथ कद्र की रात में नमाज़ स्थापित की, तो उसके सभी पिछले पाप क्षमा कर दिए जाएंगे; और जो कोई भी सच्चे ईमान और अल्लाह से इनाम की उम्मीद के साथ रमजान के महीने में उपवास करेगा, तो उसके सभी पिछले पाप क्षमा कर दिए जाएंगे।”
हदीस: सहीह बुखारी 1901
3. तस्बीह और दुआ:
हज़रत आयशा (रज़ि.) ने पूछा:
“या रसूल अल्लाह! अगर मैं लैलतुल कद्र को पाऊं तो क्या पढ़ूं?”
रसूल अल्लाह (ﷺ) ने फरमाया:
‘अल्लाहुम्मा इन्नका अफुव्वुन तुहिब्बुल अफ्वा फ’अफु अन्नी।’
हदीस: तिर्मिज़ी 3513
आखरी बात –
Surah Qadr और लैलतुल कद्र की अहमियत islam में बहुत ज्यादा है। यह Raat Ibadat, Tilawat, तस्बीह और मग़फिरत के लिए खास तौर पर mani जाती है। हमें चाहिए कि हम Ramzan के आखिरी 10 दिनों में इस Raat Ki Talaash करें और अल्लाह से अपने Gunaho ki mafi मांगें।
अल्लाह हमें लैलतुल कद्र की बरकतों और रहमतों से नवाजे। आमीन।
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